बुडापेस्ट: संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की-मून ने चेतावनी दी है कि यदि
समुचित कदम नहीं उठाए गए तो वर्ष 2030 तक पृथ्वी पर आधी आबादी के सामने
पानी का संकट पैदा हो सकता है। जलसंकट का मतलब प्रति व्यक्ति प्रति वर्ष
1,700 घन मीटर से कम पानी की उपलब्धता।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रपट के मुताबिक, मंगलवार को हंगरी के राष्ट्रपति जेनोस एडर के साथ बुडापेस्ट जल शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए बान ने कहा कि पानी किसी भी सरकार की प्राथमिकता है, लेकिन कोई भी सरकार इस पर अकेले काम नहीं कर सकी। उन्होंने कहा कि हमें सभी घटकों, समुदायों और समाजों को पूरी तरह इससे जोड़ने की जरूरत है।
बान ने घोषणा की कि अगले सितम्बर में संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान जलवायु परिवर्तन पर विशेष रूप से एक सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। उन्होंने इस सम्मेलन में उच्च स्तर पर भागीदारी करने का देशों का आह्वान किया। (एजेंसी)
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रपट के मुताबिक, मंगलवार को हंगरी के राष्ट्रपति जेनोस एडर के साथ बुडापेस्ट जल शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए बान ने कहा कि पानी किसी भी सरकार की प्राथमिकता है, लेकिन कोई भी सरकार इस पर अकेले काम नहीं कर सकी। उन्होंने कहा कि हमें सभी घटकों, समुदायों और समाजों को पूरी तरह इससे जोड़ने की जरूरत है।
बान ने घोषणा की कि अगले सितम्बर में संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान जलवायु परिवर्तन पर विशेष रूप से एक सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। उन्होंने इस सम्मेलन में उच्च स्तर पर भागीदारी करने का देशों का आह्वान किया। (एजेंसी)
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